भारत का कोयला Q1 परिणाम लाभ 179% उछलकर ₹8,833 करोड़ हुआ; इसका राजस्व वृद्धि 39% हुआ।

भारत के कोयले की Q1 के परिणामः एक साल पहले की तिमाही में ₹25,282 करोड़ था, अभी रिचालन से खनन दिग्गज का राजस्व आया ₹35,O92 करोड़, समीक्षाधीन तिमाही के लिए 38.8% ऊपर हुआ।

एक साल पहले की कंपनी ने अवधि में ₹3,169.86 करोड़ का मुनाफा कमाया था।

दूसरी ओर, परिचालन से खनन दिग्गज का राजस्व ₹35,O92 करोड़ रहा, जो समीक्षाधीन तिमाही के लिए 38.8% अधिक था, जबकि एक साल पहले की तिमाही में यह ₹25,282 करोड़ था।

कंपनी का जो एक साल पहले की अवधि में ₹25,963 करोड़ थी। अब कंपनी की पुरा आय भी Q1FY23 में 36,087 करोड़ रुपये हो गया।

पहली तिमाही में सीआईएल(CIL) का कुल खर्च बढ़कर 23,985 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 21,626.5 करोड़ रुपये था।

खनिक ई-नीलामी कोयले से ₹4,340 प्रति टन लाने में सक्षम था। कोल इंडिया ने अप्रैल-जून 2022 तिमाही के दौरान ई-नीलामी के माध्यम से लगभग 21 मिलियन टन (MT) की बिक्री की।

सीआईएल(CIL) ने अप्रैल-जून 2022 के दौरान बिजली क्षेत्र को 152.49 मीट्रिक टन कोयला भेजा है, जो साल-दर-साल 19% की वृद्धि है।

कोल इंडिया देश में सूखे ईंधन का सबसे बड़ा उत्पादक और आपूर्तिकर्ता है। बुधवार को एनएसई पर कंपनी का शेयर 2.04% बढ़कर 219.80 रुपये पर बंद हुआ।