भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

भारत के पहले उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को देश भर में शिक्षण समुदाय में उनके योगदान के सम्मान में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

डॉ. राधाकृष्णन का नाम 20वीं सदी के सबसे उत्कृष्ट शिक्षाविदों में से एक के रूप में भारत में हमेशा के लिए चमकता रहेगा।

स्वतंत्र भारत में शिक्षा नीति और शिक्षा प्रणाली के सामंजस्य में उनका योगदान अद्वितीय है।

दर्शनशास्त्र में मास्टर डिग्री रखने वाले राधाकृष्णन ने भारतीय दर्शन को विश्व पटल पर खूबसूरती से पेश किया।

अपने ज्ञान के सागर के साथ, डॉ राधाकृष्णन ने मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज, मैसूर विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, शिकागो विश्वविद्यालय आदि जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में सेवा की।

आधुनिक भारतीय शिक्षा नीति के विस्तार और विकास में राधाकृष्णन का योगदान अतुलनीय है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षा में उनके अपार योगदान के लिए 1962 से पूरे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

1962 से, भारत में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों सहित हर शैक्षणिक संस्थान में हर साल 5 सितंबर को शिक्षकों को मनाया जाता है।